इंडियन पैनल कोड की धारा 489

इंडियन पैनल कोड की धारा 489

इंडियन पैनल कोड की धारा 489 ( क, ख, ग,घ,ड.) , नकली करेंसी से सम्बंधित मामलों के लिए

मुख्य बिंदु

  • नकली करेंसी से सम्बंधित किसी भी मामले में पकड़े जाने पर इंडियन पैनल कोड के तहत निम्नलिखित धाराओं के तहत होती है कानूनी कार्यवाही
  • IPC की धारा 489( क), 489( ख), 489(ग), 489(घ), 489(ड.)
  • असली नोट की तर्ज पर फेक करेंसी बनाने या इस्तेमाल करने पर 7 साल से लेकर उम्र कैद तक कि सजा का प्रावधान ।
  • यदि आपके पास 4 से अधिक नकली नोट पाए जाते हैं तो आप पर कानूनी कार्रवाई होगी।

*भारत में नकली करेंसी के आँकड़े ,नोटबन्दी के बाद के व नोटबन्दी से पूर्व के

  • नकली करेंसी की ज़ब्ती का ताज़ा मामला

नकली करेंसी से नुकसान :-

किसी भी देश की करेंसी उस देश की अर्थव्यवस्था की मजबूत नींव होती है लेकिन वहीं करेंसी अगर जाली( नकली,फेक) इस्तेमाल हो तो इससे देश की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। देश के अंदर काला धन बढ़ता है और यह धन अक्सर आतंकवाद को बढ़ावा देने या आपराधिक गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने में भी प्रयोग किया जाता है। इसलिए जाली नोट बनाने व जानबूझकर इसे असली नोटे की तरह इस्तेमाल करने पर कानूनी कार्रवाई होती।

  • 15 सितंबर को पणजी ( गोवा) में नकली करेंसी से सम्बंधित एक मामला सामने आया है। पणजी पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया है।
  • इन पांच आरोपियों को कुल 2.96 लाख रुपये नकली नोटों के साथ पकड़ा गया है।

नोटबन्दी से पूर्व जाली नोटों के आँकड़े

  • उमर उजाला में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक,वर्ष 2012, 2013, 2014, 2015
    में ज़ब्त नकली करेंसी के आंकड़े बताए गए ।जिसमें से सबसे ज्यादा नकली करेंसी की ज़ब्ती मामले में दिल्ली हर सबसे आगे रहा। दिल्ली के बाद अन्य राज्य गुजरात,महाराष्ट्र ,तमिलनाडु ,उत्तरप्रदेश ,हरियाणा ,कर्नाटक जाली नोट बरामद किए गए।
    2015 में कुल 15. 48 करोड़ रुपये की नकली करेंसी ज़ब्त की गई और 1100 मामले दर्ज हुए।1178 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
    2016 में कुल 24.61 करोड़ रुपये ज़ब्त किए गए और 1398 मामले दर्ज हुए।

नोटबन्दी के बाद के आंकड़े –

इकॉनामिक्स टाइम्स के में प्रकाशित 2019 की रिपोर्ट के मुताबिक – आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार फेक करेंसी का आंकड़ा मार्च 2018 के अंत में 80 .2 फीसदी था इसके अलावा 10,20 और 50 रुपये के नकली नोटों में 20 .2 फीसदी । 2017- 2018 में नकली नोटों में 121 फीसदी बढोत्तरी हुई है।

  • भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 489 ( क, ख, ग,घ,ड.)

IPC धारा 489 धारा 489 ( क, ख, ग,घ,ड.) में परिभाएँ अलग है लेकिन सबमें दंड का प्रावधान एक जैसा है।

IPC धारा 489 (क)
अगर कोई भी व्यक्ति नकली नोट छापते हुए और बाज़ार में इसकी खपत करते हुए पकड़ा जाता है या 4 से अधिक जाली नोट मिलने पर कानूनी कार्रवाई होगी। जब व्यक्ति को पहले से ज्ञात हो कि वह नोट नकली है।

धारा के तहत दण्ड का प्रावधान :-
4 से अधिक जाली नोट जानबूझकर कर रखने और उन्हें असली नोटे के रूप में इस्तेमाल करने पर 1 साल का कारावास व जुर्माने का प्रावधान है।

  • नकली नोटों को छापना और बाज़ार में इसका इस्तेमाल करने पर 10 साल से लेकर आजीवन कारावास व जुर्माने भरने का प्रावधान।
  • धारा 489 के अन्य सभी भाग ख ,ग ,घ,ड. में दी गई परिभाषों के अनुसार :-

धारा 489( ख) परिभाषा

  • अनजाने में भी जानबूझकर कर यदि नकली नोटों का इस्तेमाल करते हुए या असली नोटों की तरह उससे आर्थिक लाभ प्राप्त करना दण्डनीय अपराध की श्रेणी में आता है।

धारा 489 ( ग) परिभाषा

  • बैंकों में या अन्य संस्थानों पर नकली करेंसी को असली की तरह इस्तेमाल करना या अपने पास रखना या बैंक खाते में नकली नोट जानबूझकर जामा करवाने की कोशिश करना।

धारा 489 क, ख, ग,घ,ड. के प्रयोजनों के लिए “बैंक नोट” पर उसके वाहक को मांग पर धन देने के लिए ऐसा वचनबद्ध या वचपत्र है जो किसी राज्य या संपूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न शक्ति द्वारा पर प्रचालित किया गया हो और जो धन के समतुल्य उपयोग में लाए जाने के लिए आशयित हो।

सिविल और क्रिमिनल लॉ से सम्बंधित किसी भी प्रकार के मामले में कानूनी सहायता प्राप्त करने के लिए Legal Aid से सम्पर्क करें।

Leave a reply:

Your email address will not be published.